Kavita in Hindi For Class 4 – कक्षा 4 के लिए हिंदी में कविता

Kavita in Hindi For Class 4 : हम सभी ने कभी न कभी बचपन में अपने शिक्षकों से बहुत सी हिंदी कविताएं सुनी और सीखी होंगी. चूंकि छोटे बच्चों के लिए हिंदी कविताएं मनोरंजन का एक बेहतरीन माध्यम होती है इसीलिए प्रतिदिन इंटरनेट पर hindi poem for kids class 4 को बहुत सर्च किया जाता है

क्या आप भी उन्हीं में से है जो कि Famous Kavita in Hindi For Class 4 ढूंढ रहे हैं तो आपका सब्र खत्म हुआ और आप एकदम सही जगह पर आ चुके हैं. हेलो नमस्कार, इस पोस्ट के माध्यम से आज मैं आपको Hindi Kavita का एक शानदार कलेक्शन Class 4 लेकर आया हूँ. तो आइए बिना समय गवाएं पढ़ते हैं

Kavita in Hindi For Class 4 – कक्षा 4 के लिए हिंदी में कविता
Kavita in Hindi For Class 4 – कक्षा 4 के लिए हिंदी में कविता

Best Short Hindi Kavita for Class 4

बूँदें बारिश की गिराएं,
फूलों को चुमती हैं मुस्कान लाएं।

मिट्टी की खुशबू सुलगाए,
प्रकृति की यह मिठास बढ़ाए।

बिलकुल छोटी सी बूँदों में,
बसी है सुनहरी कहानियों की खोज।

फूलों को बुलाती है धरा,
आओ मिलकर करें एक प्यारा सा सफर।

बारिश की धूप में खिले हैं,
प्यारे-प्यारे रंग, चमकीले हैं।

बच्चों की हंसी बोलती है,
प्रकृति का यह सुंदर संगीत गाती है।

समय है खेलने का, नैतिकता सीखने का,
बारिश की कविता में, बचपन का सफर देखने का।

Hindi poem for kids Class 4

फटा-पुराना झोला कर में,

आँखों में है नीर ।

बीन रहे हैं बच्चे कितने,

कचरे में तकदीर ।।

उन बच्चों पर स्नेह लुटाएँ ।

बाल दिवस इस तरह मनाएँ ।।

होटल में बर्तन धोने को,

जो होते मजबूर ।

यह कैसा अन्याय, बालपन,

में वे हैं मजदूर ?

चलकर उनको न्याय दिलाएँ ।

बाल दिवस इस तरह मनाएँ ।।

भूखे-प्यासे जो सो जाते,

जिन्हें न मिलता प्यार ।

जिनका अपना कहीं न कोई

ऐसे हैं लाचार ।।

उनको अपनापन दिखलाएँ ।

बाल दिवस इस तरह मनाएँ ।।

जो पढ़ने के लिए तरसते,

जा पाते ना हैं स्कूल ।

झेला करते इसी उम्र में,

जो अभाव का शूल ।।

चलें हम सभी उन्हें पढ़ाएँ ।

बाल दिवस इस तरह मनाएँ ।।

Short Kavita for kids Class 4

चल तू अपनी राह पथिक, चल, तुझको विजय-पराजय से क्या ?

भँवर उठ रहे हैं सागर में,

मेघ घुमड़ते हैं अंबर में,

आँधी और तूफान डगर में,

तुझको तो केवल चलना है, चलना ही है फिर हो भय क्या ?

चल तू अपनी राह पथिक, चल, तुझको विजय-पराजय से क्या ?

इस दुनिया में कहीं न सुख है,

इस दुनिया में कहीं न दुख है,

जीवन एक हवा का रुख है,

होने दे होता है जो कुछ, इस होने का हो निर्णय क्या ?

चल तू अपनी राह पथिक, चल तुझको विजय-पराजय से क्या ?

अरे, थक गया ! फिर बढ़ता चल,

उठ, संघर्षों से अड़ता चल,

जीवन विषम पंथ चढ़ता चल,

अड़ा हिमाचल हो यदि आगे, ‘चढ़ूँ कि लौटूँ’ यह संशय क्या ?

चल तू अपनी राह पथिक, चल तुझको विजय-पराजय से क्या ?

कोई रो-रो कर सब खोता ।

कोई खोकर सुख में सोता,

दुनिया में ऐसा ही होता,

जीवन का क्रम मरण यहाँ पर, निश्चित ध्येय यदि फिर क्षय क्या ?

चल तू अपनी राह पथिक, चल, तुझको विजय-पराजय से क्या ?

Hindi poem for kids Class 4

ज्ञान का प्रकाश हो ।

अज्ञान का नाश हो ।।

मानवीय विमर्श हो ।

विज्ञान का उत्कर्ष हो ।।

प्रकृति अनुकूल हो ।

वृष्टि भी माकूल हो ।।

धुँआ हो न धूल हो ।

तरु हरित फल-फूल हो ।।

हर दिशा हो प्रकाशमान ।

विश्व बंधुता का हो भान ।।

सर्व प्रथम हो आनबान ।

हो ऐसी मानवीय शान ।।

चहूँ ओर शांति हो ।

प्राणियों पे क्रांति हो ।।

भ्रम हो न भ्रांति हो ।

ऐसी विश्व शांति हो ।।

जीव सब सुखी रहें ।

कोई ना दुखी रहे ।।

चहुँ ओर सुधा वृष्टि ।

हो ऐसी कृपा दृष्टि ।।

Kavita in Hindi For Class 4

दिया क्यों जीवन का वरदान ?

इसमें है स्मृतियों का कंपन;

सुप्त व्यथाओं का उन्मीलन;

स्वप्नलोक की परियाँ इसमें,

भूल गईं मुसकान !

इसमें है झंझा का शैशव;

अनुरंजित कलियों का वैभव;

मलयपवन इसमें भर जाता,

मृदु लहरों के गान ।

इंद्रधनुष-सा घन-अंचल में;

तुहिन-बिन्दु-सा किसलय दल में;

करता है पल-पल में देखो

मिटने का अभिमान ।

सिकता में अंकित रेखा-सा;

बात-विकंपित दीपशिखा-सा;

काल-कपोलों पर आँसू-सा

ढुल जाता हो म्लान ।

Simple Hindi Kavita for Class 4

कहा जाता है वादे तोड़ने के लिए होते हैं
ऐसा कहने, करने वाले लोग झूठे होते हैं।
जाने अनजाने हम ऐसा कर देते हैं
जब हम रूठे होते हैं।
मगर यह विश्वास तोड़ना,
ग़लत बात है किसी की बात खोलना।
वादों के जो पक्के हैं
वही इनसान सच्चे हैं।
किया वादा निभा जाता है
वो हर कहीं सफ़ल हो जाता है।
झूठा वादा करो ही मत‌
अगर निभा नही सकते,
क्योंकि उसके बाद‌ की शर्मिंदगी
हम छुपा‌ नही सकते।
भरोसा टूटता है तो वापिस बनता नही,
फिर वो‌ इंसान किसी को‌ जमता नही।
सच्ची राह पर‌ चलते रहो
वादे‌‌ पूरे करते‌ रहो।
अच्छा इन्सान वही होता है
जो सच्चा होता है।

यह कविता से क्या हमने सीखा

इस कविता के माध्यम से लेखक द्वारा कहा जा रहा है कि कुछ लोग कहते हैं कि वादे तोड़ने के लिए किए जाते हैं लेकिन आपको हम एक सच बताएं कि जो लोग वादे तोड़ते हैं, वह इंसान सच्चे नहीं होते। यदि आपको कोई बहुत भरोसा करके अपने जीवन के राज बताता है, और आपसे वादा लेता है कि आप उसकी बात अपने तक रखें, यदि आप ऐसा करते हैं तो आप एक बहुत अच्छे और नेक इंसान है। लेकिन अगर आप किसी तीसरे को उसका राज बताते हैं तो यह बात बिल्कुल भी अच्छी नहीं।

कभी सोचा है आपने कि यदि आपने किसी का कोई वादा तोड़ दिया और किसी तीसरे ने उसे इंसान को बता दिया उसके बाद आपको कितनी शर्मिंदगी होती है क्योंकि वह आप पर भरोसा करके आपको अपना राजदार बनाता है। इस कविता से हमें यह सीख मिलती है कि यदि आपको कोई अपना राजदार बनाता है तो उसके राज को हमेशा राज़ रखें।

हम उम्मीद करते हैं दोस्तों के आपको हमारा आज का आर्टिकल अवश्य ही पसंद आया होगा और अवश्य ही अपने अपने बच्चों को इन कविताओं के बारे में बताया होगा। हम आपके लिए इसी तरह के लेख लेकर कर आते रहेंगे। आपको हमारे द्वारा लिखे गए आर्टिकल अच्छे लगते हैं तो हमेशा की तरह प्यार और सपोर्ट बनाए रखें और आगे शेयर करें।

Simple Hindi Poem for Class 4

सुबह सूरज उगने से पहले उठो
व्यायाम करो ,योगा‌ करो
नाश्ते मे‌ पोष्टिक आहार लो।
स्कूल जाने से पहले,
अगर सोते तुम रह जाओगे
कक्षा मे अव्वल नंबर कैसे लाओगे।
तंदरुस्त रहना है तो
खाना-पीना नियंत्रित हो,
बरगर, पिज़्ज़ा, कोलडरिंक से,
हो सके तो दूरी ही रखो।
खेल-कूद में भाग लो जम कर,
दिमाग भी खूब निखरता है,
बैठे रहने से स्वास्थ ही बिगड़ता है।
देर रात तक जागोगे तो
सोते ही रह जाओगे
फिर ज़िंदगी में पीछे ही रह जाओगे।
जल्दी सोना ,जल्दी उठना
हर काम समय पर होता है।
ज़िंदगी मे आगे बढ़ने से
फिर देखो कौन तुम्हे रोकता है।
स्वास्थ है तो जीवन है
जीवन है तो काम
काम करना है तो पहले
स्वास्थ पे दो ध्यान।

यह कविता से क्या हमने सीखा

इस कविता के माध्यम से लेखक द्वारा बताया जा रहा है कि यदि आपको स्वस्थ जीवन जीना है और अपने कार्यों को समय पर करना है तो जरूरी है कि आप नियमित व्यायाम अवश्य करें क्योंकि एक्सरसाइज करने से दिल और दिमाग दोनों तंदुरुस्त रहते हैं और कार्य करने की क्षमता और एनर्जी भी मिलती है। दोस्तों अगर आपको अपनी जिम्मेदारियां को अच्छे से निभाता है और उनका पूरा करना है तो आपको अपना स्वास्थ्य पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।

नियमित व्यायाम करें पौष्टिक आहार ले और अपने जीवन से तनाव और स्ट्रेस को दूर रखें। रात को देर से सोना और सुबह देर से उठाना आपके स्वास्थ्य को बिगाड़ता है। हमें यह सीख मिलती है कि जब तक हमारा शरीर स्वस्थ नहीं रहेगा तब तक हमारे कार्य करने की क्षमता भी नहीं रहेगी इसलिए खुद को स्वस्थ रखें समय पर खाना पीना करें समय पर अपने सारे कार्य को करने की कोशिश करें।

Hindi easy words for Class 4

खेल कूद से फुरसत नही है,
बड़े होने की जल्दी पड़ी है।
पढ़ना तो सरदर्दी है, सुबह-सुबह उठना पड़ता है,
चाहे गर्मी है चाहे सर्दी है।
फिक्र कोई कंधे पर नही है
मौज-मस्ती भरी ज़िंदगी है।
खूबसूरत पलों की नदी में जो बहते हैं
उसे हम बचपन कहते हैं।
बचपन की हर बात निराली है
उसकी हर बात प्यारी है।
जी लो इस लम्हे को जितना जी सको
किसको पता है कल का,
आज ही मे ज़िंदगी सारी है।
बड़े होने की जल्दी न‌ करो
ज़िम्मेदारियों से अभी दूर रहो।
यह पल वापिस नही आते
बचपन की याद है सताते।
जी लो जितना जी सको इसको
बड़े होकर यही कहोगे
कि काश हम बच्चे होते।

यह कविता से क्या हमने सीखा

इस कविता के माध्यम से लेखक द्वारा कहा जा रहा है कि छोटे बच्चे बचपन में बिना किसी टेंशन और तनाव के जो जिंदगी जीते हैं बड़े होने के बाद उसे जिंदगी की कल्पना करते हैं। आज भी हम जब तक हार कर अपनी जिम्मेदारियां को पूरा करते-करते जब दो पल खाली बैठे हैं तो अपने बचपन को याद करते हैं और सोचते हैं काश की जिम्मेदारियां अभी हमसे दूर ही रहे जहां बचपन में बड़े होने की जल्दी रहती है।

वहां आज बड़े होने के बाद बचपन में एक बार फिर से जीने की ख्वाहिश पैदा होती है। एक खूबसूरत नदी की तरह था जो बहता चला जाता है। इस कविता से हमें यह सीख मिलती है कि तरह हमने अपना बचपन खेलकूद मौज मस्ती और बिना टेंशन के जिया है आज भी हमें अपने जीवन को इसी तरह जीना चाहिए क्योंकि जिम्मेदारियां और टेंशन कभी काम नहीं होती। टेंशन लेकर भी जिंदगी गुजारनी है और ना लेकर भी जिंदगी गुजारनी है तो बेहतर है की खुशी-खुशी बिना तनाव की जिंदगी को जिया जाए।

Short Kavita for kids Class 4

सारी दुनिया से है न्यारा,

अपना ये तिरंगा प्यारा,

कितनी ऊँची शान है।

हम सबका अभिमान है।

हाथों में जब ये झूले,

इसे देख सीना फूले,

देश में धर्म अनेक हैं।

छाया में इसकी एक हैं।

देश का ये सम्मान है,

हम सब की मुस्कान है,

भारत माँ की जान है।

तिरंगे का जय गान है।

आन में इसकी डटेंगे हम,

पीछे कभी न हटेंगे हम,

तिरंगा हमें जान से प्यारा

तन-मन हमने इस पर वारा।

यह कविता से क्या हमने सीखा

इस कविता के माध्यम से लेखक शिवचरण शिवचरण सिरोही द्वारा बताया जा रहा है कि हमारे देश का तिरंगा सबसे प्यारा और सबसे न्यारा है जिसे हम सब भारतवासियों को अभिमान है। हमारे भारत देश को आजाद करने में बहुत शूरवीरों का खून इस मिट्टी में बह है इसलिए हमें देश का सम्मान हर हाल में करना चाहिए और देश की रक्षा के लिए यदि किसी संकट का सामना करना भी पड़ जाए तो उससे पीछे नहीं हटना चाहिए।

इस कविता से हमें यह सीख मिलती है कि हमारे देश का तिरंगा हमारी आन बान और शान का प्रतीक है इसलिए हमें भी उसका मान सम्मान करना चाहिए और हम स्थिति में हर संकट में देश की शान के खातिर सीना तानकर खड़े रहना चाहिए।

निष्कर्ष

दोस्तों हमें उम्मीद है आपको बच्चों के लिए हिंदी कविताएं (Kavita in Hindi For Class 4) का कलेक्शन अच्छा लगा होगा. आपको कौन सी कविता सबसे ज्यादा पसंद आई हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताइएगा

Ankita Tiwari की जीवनी: मेरा नाम Ankita Tiwari है और मैं एक रुचिकर व्यक्ति हूँ जो हिंदी साहित्य, कविता, और कहानियों के क्षेत्र में रूचि रखती हूँ। मैं अपने ब्लॉग Gktrickhindi.in पर अपनी एवं पर्सिद वक्तियो रचनाएँ साझा करती हूँ ताकि लोग इससे प्रासंगिक और मनोहर ज्ञान प्राप्त कर सकें। मेरी शिक्षा का क्षेत्र 2012 में आर्ट्स में स्नातक किया गया था, और मैंने इस योग्यता को हाजीपुर, बिहार स्थित 'RN College' से प्राप्त की थी। इस समय से मैंने अपनी रचनाएँ साझा करने का कार्य शुरू किया है और इसके माध्यम से भाषा, साहित्य, और सांस्कृतिक बातचीत को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही हूँ। मुझे कहानी लिखने और पढ़ने में बहुत मजा आता है, और मैं इसे अपनी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानती हूँ। मैं यहाँ तक कि हिंदी साहित्य को बढ़ावा देने के लिए उत्सुक हूँ और लोगों को इस क्षेत्र में रुचि लेने के लिए प्रेरित करना चाहती हूँ। धन्यवाद।

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