Kavita in Hindi For Class 8 : हम सभी ने कभी न कभी बचपन में अपने शिक्षकों से बहुत सी हिंदी कविताएं सुनी और सीखी होंगी. चूंकि छोटे बच्चों के लिए हिंदी कविताएं मनोरंजन का एक बेहतरीन माध्यम होती है इसीलिए प्रतिदिन इंटरनेट पर hindi poem for kids class 8 को बहुत सर्च किया जाता है
क्या आप भी उन्हीं में से है जो कि Famous Kavita in Hindi For Class 8 ढूंढ रहे हैं तो आपका सब्र खत्म हुआ और आप एकदम सही जगह पर आ चुके हैं. हेलो नमस्कार, इस पोस्ट के माध्यम से आज मैं आपको Hindi Kavita का एक शानदार कलेक्शन Class 8 लेकर आया हूँ. तो आइए बिना समय गवाएं पढ़ते हैं
Best Short Hindi Kavita for Class 8
इस सिंदूरी सूरज की बाहों मे दिन छिप जाएगा
गोधूली की इस बेला मे याद बहुत तू आएगा
वो मिलना तेरा बहानो से
वो टूट के चाहत दिखलाना
वो हंसते हंसते रो देना फिर
मिलने का वादा करके
उमीदें सारी धो देना
वो रात नहीं एक सपना था अब तू मेरा अपना था
अग्नि मे वो बात न थी मन बिन फेरे ही तेरा था
उस क्षण धरती नाच उठी थी अम्बर गीत सुनाता था
हम दोनो का सव्पन ही मानों उनका जीवन दाता था
बस वो था एक पल जब तुमने अंतिम बार निहारा था
जागीरों को पा लेने का सपना जैसे पाला था
आज पङी सामान के जैसी घर की एक सजावट हूँ
तुम अपने गौरव में गुम हो मैं ढूँढती वही लगावट हूँ
वो सपना था अब टूट गया क्यों मान नहीं यह पाती हूँ
क्यों रोज रोज मैं धरती बन सूरज को घेरे जाती हूँ
सात जन्म तक तुम्हे ही पाउँ भूल नहीं क्यों पातीहूँ
अपनी अपनी दुनिया है अब अपना अपना जीवन है
दूर से उतना दूर नहीं थे जितनी पास की दूरी है
अब तो जीवन उस अपने से मिलने को तरसा जाएगा
रोज सांझ होठों पर अब तो गीत यही बस आएगा
इस सिंदूरी सूरज की बाहों में दिन छिप जाएगा
गोधूली की इस बेला में याद बहुत तू आएगा
Hindi poem for kids Class 8
उस काल मारे क्रोध के तन कांपने उसका लगा,
मानों हवा के वेग से सोता हुआ सागर जगा।
मुख-बाल-रवि-सम लाल होकर ज्वाल सा बोधित हुआ,
प्रलयार्थ उनके मिस वहाँ क्या काल ही क्रोधित हुआ?
युग-नेत्र उनके जो अभी थे पूर्ण जल की धार-से,
अब रोष के मारे हुए, वे दहकते अंगार-से।
निश्चय अरुणिमा-मित्त अनल की जल उठी वह ज्वाल सी,
तब तो दृगों का जल गया शोकाश्रु जल तत्काल ही।
साक्षी रहे संसार करता हूँ प्रतिज्ञा पार्थ मैं,
पूरा करुंगा कार्य सब कथानुसार यथार्थ मैं।
जो एक बालक को कपट से मार हँसते हैँ अभी,
वे शत्रु सत्वर शोक-सागर-मग्न दीखेंगे सभी।
अभिमन्यु-धन के निधन से कारण हुआ जो मूल है,
इससे हमारे हत हृदय को, हो रहा जो शूल है,
उस खल जयद्रथ को जगत में मृत्यु ही अब सार है,
उन्मुक्त बस उसके लिये रौ’र’व नरक का द्वार है।
उपयुक्त उस खल को न यद्यपि मृत्यु का भी दंड है,
पर मृत्यु से बढ़कर न जग में दण्ड और प्रचंड है।
अतएव कल उस नीच को रण-मध्य जो मारूँ न मैं,
तो सत्य कहता हूँ कभी शस्त्रास्त्र फिर धारूँ न मैं।
अथवा अधिक कहना वृथा है, पार्थ का प्रण है यही,
साक्षी रहे सुन ये वचन रवि, शशि, अनल, अंबर, मही।
सूर्यास्त से पहले न जो मैं कल जयद्रथ-वध करूँ,
तो शपथ करता हूँ स्वयं मैं ही अनल में जल मरूँ।
Short Kavita for kids Class 8
चंदा मम्मी के आँचल में,
रात को छुपा रहता है वह,
चमकती रातें लाती हैं,
ख्वाबों का प्यारा सफर।
छोटे से खिलौने की बातें,
जीवन की मिठास से भरी,
बचपन की ये मस्तीभरी रातें,
बनाती हैं हर बच्चे को प्यारी।
दोस्ती की हँसी, मिठास की बातें,
किताबों की कहानियों की रातें,
बच्चों के लिए ये सब कुछ,
बनाता है बचपन को सुनहरा और स्वीकृत।
Hindi poem for kids Class 8
वह देखो माँ आज
खिलौनेवाला फिर से आया है।
कई तरह के सुंदर-सुंदर
नए खिलौने लाया है।
हरा-हरा तोता पिंजड़े में
गेंद एक पैसे वाली
छोटी सी मोटर गाड़ी है
सर-सर-सर चलने वाली।
सीटी भी है कई तरह की
कई तरह के सुंदर खेल
चाभी भर देने से भक-भक
करती चलने वाली रेल।
गुड़िया भी है बहुत भली-सी
पहने कानों में बाली
छोटा-सा ‘टी सेट’ है
छोटे-छोटे हैं लोटा-थाली।
छोटे-छोटे धनुष-बाण हैं
हैं छोटी-छोटी तलवार
नए खिलौने ले लो भैया
ज़ोर-ज़ोर वह रहा पुकार।
मुन्नूौ ने गुड़िया ले ली है
मोहन ने मोटर गाड़ी
मचल-मचल सरला कहती है
माँ se लेने को साड़ी
कभी खिलौनेवाला भी माँ
क्याख साड़ी ले आता है।
साड़ी तो वह कपड़े वाला
कभी-कभी दे जाता है।
अम्मा तुमने तो लाकर के
मुझे दे दिए पैसे चार
कौन खिलौने लेता हूँ मैं
तुम भी मन में करो विचार।
तुम सोचोगी मैं ले लूँगा
तोता, बिल्लीा, मोटर, रेल
पर माँ, यह मैं कभी न लूँगा
ये तो हैं बच्चों के खेल।
मैं तो तलवार ख़रीदूँगा माँ
या मैं लूँगा तीर-कमान
जंगल में जा, किसी ताड़का
को मारुँगा राम समान।
तपसी यज्ञ करेंगे, असुरों-
को मैं मार भगाऊँगा
यों ही कुछ दिन करते-करते
रामचंद्र मैं बन जाऊँगा।
यही रहूँगा कौशल्याऊ मैं
तुमको यही बनाऊँगा
तुम कह दोगी वन जाने को
हँसते-हँसते जाऊँगा।
पर माँ, बिना तुम्हाेरे वन में
मैं कैसे रह पाऊँगा?
दिन भर घूमूँगा जंगल में
लौट कहाँ पर आऊँगा।
किससे लूँगा पैसे, रूठूँगा
तो कौन मना लेगा
कौन प्यानर से बिठा गोद में,
मनचाही चींजे़ देगा।
Kavita in Hindi For Class 8
हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए,
इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए।
The sorrow has reached the gigantic proportions of mountains, it is time that a soothing Ganges emerges out to alleviate the pain
आज यह दीवार, परदों की तरह हिलने लगी,
शर्त लेकिन थी कि ये बुनियाद हिलनी चाहिए।
Yes, the walls have begun to tremble like a sheet of paper but our deal was to get the foundations shaken
हर सड़क पर, हर गली में, हर नगर, हर गाँव में,
हाथ लहराते हुए हर लाश चलनी चाहिए।
In every alley, road, town and village, every suffering body should be protesting
सिर्फ हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं,
सारी कोशिश है कि ये सूरत बदलनी चाहिए।
Rabble rousing is not my aim, the whole effort is to bring a change
मेरे सीने में नहीं तो तेरे सीने में सही,
हो कहीं भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए।
If not in my mine, then yours by all means – wherever it may be lit, but the point is that the fire must be lit
Simple Hindi Kavita for Class 8
“माँ कह एक कहानी।”
बेटा समझ लिया क्या तूने मुझको अपनी नानी?”
“कहती है मुझसे यह चेटी, तू मेरी नानी की बेटी
कह माँ कह लेटी ही लेटी, राजा था या रानी?
माँ कह एक कहानी।”
“तू है हठी, मानधन मेरे, सुन उपवन में बड़े सवेरे,
तात भ्रमण करते थे तेरे, जहाँ सुरभी मनमानी।”
“जहाँ सुरभी मनमानी! हाँ माँ यही कहानी।”
वर्ण वर्ण के फूल खिले थे, झलमल कर हिमबिंदु झिले थे,
हलके झोंके हिले मिले थे, लहराता था पानी।”
“लहराता था पानी, हाँ हाँ यही कहानी।”
“गाते थे खग कल कल स्वर से, सहसा एक हँस ऊपर से,
गिरा बिद्ध होकर खर शर से, हुई पक्षी की हानी।”
“हुई पक्षी की हानी? करुणा भरी कहानी!”
चौंक उन्होंने उसे उठाया, नया जन्म सा उसने पाया,
इतने में आखेटक आया, लक्ष सिद्धि का मानी।”
“लक्ष सिद्धि का मानी! कोमल कठिन कहानी।”
“माँगा उसने आहत पक्षी, तेरे तात किन्तु थे रक्षी,
तब उसने जो था खगभक्षी, हठ करने की ठानी।”
“हठ करने की ठानी! अब बढ़ चली कहानी।”
हुआ विवाद सदय निर्दय में, उभय आग्रही थे स्वविषय में,
गयी बात तब न्यायालय में, सुनी सब ने जानी।”
“सुनी सब ने जानी! व्यापक हुई कहानी।”
राहुल तू निर्णय कर इसका, न्याय पक्ष लेता है किसका?”
“माँ मेरी क्या बानी? मैं सुन रहा कहानी।
कोई निरपराध को मारे तो क्यों न उसे उबारे?
रक्षक पर भक्षक को वारे, न्याय दया का दानी।”
“न्याय दया का दानी! तूने गुणी कहानी।”
Simple Hindi Poem for Class 8
छिप-छिप अश्रु बहाने वालों!
मोती व्यर्थ लुटाने वालों!
कुछ सपनों के मर जाने से जीवन नहीं मरा करता है।
सपना क्या है? नयन सेज पर,
सोया हुआ आँख का पानी,
और टूटना है उसका ज्यों,
जागे कच्ची नींद जवानी,
गीली उमर बनाने वालों! डूबे बिना नहाने वालों!
कुछ पानी के बह जाने से सावन नहीं मरा करता है।
माला बिखर गई तो क्या है,
खुद ही हल हो गई समस्या,
आँसू गर नीलाम हुए तो,
समझो पूरी हुई तपस्या,
रूठे दिवस मनाने वालों! फटी क़मीज़ सिलाने वालों!
कुछ दीपों के बुझ जाने से आँगन नहीं मरा करता है।
खोता कुछ भी नहीं यहाँ पर,
केवल जिल्द बदलती पोथी।
जैसे रात उतार चाँदनी,
पहने सुबह धूप की धोती,
वस्त्र बदलकर आने वालों! चाल बदलकर जाने वालों!
चंद खिलौनों के खोने से बचपन नहीं मरा करता है।
लाखों बार गगरियाँ फूटीं,
शिकन न आई पनघट पर,
लाखों बार कश्तियाँ डूबीं,
चहल-पहल वो ही है तट पर,
तम की उमर बढ़ाने वालों! लौ की आयु घटाने वालों!
लाख करे पतझर कोशिश पर उपवन नहीं मरा करता है।
लूट लिया माली ने उपवन,
लुटी न लेकिन गंध फूल की,
तूफ़ानों तक ने छेड़ा पर,
खिड़की बन्द न हुई धूल की,
नफ़रत गले लगाने वालों! सब पर धूल उड़ाने वालों!
कुछ मुखड़ों की नाराज़ी से दर्पन नहीं मरा करता है
Hindi easy words for Class 8
नीचे कुछ सामान्य हिंदी शब्द और वाक्यांश दिए गए हैं जो कक्षा 8 के छात्रों के लिए सरल हो सकते हैं:
- स्वागत है – आपका स्वागत है।
- पढ़ाई – पढ़ाई में मन लगाओ।
- सफलता – मेहनत से ही सफलता मिलती है।
- मित्र – अच्छे मित्र हमारे जीवन को सुंदर बनाते हैं।
- परिवार – परिवार में सबका साथ होना बहुत महत्वपूर्ण है।
- स्वच्छता – स्वच्छता अच्छे स्वास्थ्य का कारण होती है।
- समय – समय का मूल्य समझो और सही तरीके से उपयोग करो।
- खेती – खेती कृषि का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- स्वतंत्रता – हमें अपनी स्वतंत्रता का सही रूप से इस्तेमाल करना चाहिए।
- प्रकृति – प्रकृति हमें हर तरह की सुख-शान्ति प्रदान करती है।
- खेल – खेलना हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
- पढ़ाई – पढ़ाई में सफलता पाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।
- खुशी – मुझे तुम्हारे साथ होकर खुशी हो रही है।
- सपना – हर किसी का एक अपना सपना होता है।
- मेहनत – मेहनत करना जीवन को सफल बनाता है।
- सहायता – हमें एक दूसरे की सहायता करनी चाहिए।
- खुदाई – खुदाई के लिए शोध करना मजेदार हो सकता है।
- सुरक्षा – सुरक्षित रहना हमारे लिए महत्वपूर्ण है।
- समर्पण – समर्पित रहना हमें अच्छे परिणाम दिलाता है।
- संयम – संयम रखना आत्म-नियंत्रण में मदद करता है।
- संवाद – सही संवाद से समस्याएं हल हो सकती हैं।
- प्रेरणा – प्रेरणा मिलना अच्छा होता है।
- उत्साह – उत्साह रखना हर कार्य में महत्वपूर्ण है।
- उदाहरण – अच्छे उदाहरण देना महत्वपूर्ण है।
- भूख – हमें सबको भूखा नहीं रहने देना चाहिए।
- स्वास्थ्य – स्वास्थ्य का ध्यान रखना हमारी जिम्मेदारी है।
- समर्थन – समर्थन मिलना एक शक्तिशाली अहसास है।
- समझदारी – समझदारी से निर्णय लेना जरूरी है।
- प्रेम – प्रेम और समर्पण हर रिश्ते को मजबूती देते हैं।
- स्वतंत्र – स्वतंत्र भारत में हमें गर्व होना चाहिए।
- संबंध – अच्छे संबंध बनाए रखना जरूरी है।
- पर्व – पर्वों में अपने परिवार के साथ समय बिताना अच्छा होता है।
ये शब्द और वाक्यांश समझने में आसान हैं और इन्हें सही तरीके से प्रयोग करके आप अच्छे से संवाद कर सकते हैं।
Short Kavita for kids Class 8
तोड़ो तोड़ो तोड़ो
ये पत्थर ये चट्टानें
ये झूठे बंधन टूटें
तो धरती को हम जानें
सुनते हैं मिट्टी में रस है जिससे उगती दूब है
अपने मन के मैदानों पर व्यापी कैसी ऊब है
आधे आधे गाने
तोड़ो तोड़ो तोड़ो
ये ऊसर बंजर तोड़ो
ये चरती परती तोड़ो
सब खेत बनाकर छोड़ो
मिट्टी में रस होगा ही जब वह पोसेगी बीज को
हम इसको क्या कर डालें इस अपने मन की खीज को?
गोड़ो गोड़ो गोड़ो
निष्कर्ष
दोस्तों हमें उम्मीद है आपको बच्चों के लिए हिंदी कविताएं (Kavita in Hindi For Class 8) का कलेक्शन अच्छा लगा होगा. आपको कौन सी कविता सबसे ज्यादा पसंद आई हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताइएगा